स्टॉक मार्केट में जो भी व्यक्ति इन्वेस्टमेंट करते हैं, उन्हें लार्ज कैप और ब्लू चिप फंड के बारे में जरूर ही पता होता है, और यदि इनके बारे में जानकारी आपको नहीं रहती है तो आपको लॉस हो सकता है। इसलिए इनके बारे में जानकारी होनी चाहिए। जिससे इन्वेस्टमेंट स्ट्रेटजी सटीक हो।
और आज के इस लेख में हम आपको लार्ज कैप और ब्लू-चिप फंड्स में क्या अंतर है, ये दोनों एक दूसरे से कैसे अलग है, इनके क्या फायदे और क्या नुकसान है, आदि से संबंधित आपको यहां संपूर्ण जानकारी दी गई है।
लार्ज कैप फंड्स (Large Cap Funds) क्या हैं?
लार्ज कैप फंड्स (Large Cap Fund) ऐसे फंड होते हैं, जो बाजार में शीर्ष 100 सबसे बड़ी और स्टेबल कंपनियों के शेयरों में निवेश करते हैं, इन कंपनियों की बाजार में स्थिरता और ब्रांड वैल्यू मजबूत होती है, लार्ज कैप फंड कंपनियां मार्केट केपीटलाइजेशन के हिसाब से टॉप 100 में इनकी गिनती होती है, जैसे: आदित्य बिड़ला सन लाइफ़ फ़्रंटलाइन इक्विटी फंड, निप्पॉन इंडिया लार्ज कैप फ़ंड, ICICI प्रुडेंशियल ब्लूचिप, SBI ब्लू चिप फ़ंड, आदि।
इसके अलावा लार्ज कैप फंड्स में निवेशकों को मध्यम जोखिम और स्थिर रिटर्न की संभावना होती है। लार्ज कैप फंड की विशेषता यह होती है कि, यह उन कंपनियों में इन्वेस्टमेंट करते हैं जिन कंपनियों में रिस्क नहीं होती है और साथ ही साथ यह कंपनियां लॉन्ग टर्म के साथ स्टेबल रहते हैं। इससे यह भी भरोसा रहता है कि फ्यूचर में भी इन कंपनियों में इन्वेस्टमेंट करने से कोई भी घाटा नहीं होगा।
ब्लू-चिप फंड्स (Blue-chip funds) क्या हैं?
ब्लू चिप फंड्स ऐसे फंड होते हैं, जो मार्केट केपीटलाइजेशन के हिसाब से प्रमुख और स्थिर कंपनियों के शेयरों में निवेश करते है, ये कंपनियाँ अपनी मजबूत वित्तीय स्थिति, उच्च बाजार पूंजीकरण, और लंबी अवधि में स्थिर रिटर्न देने के लिए जानी जाती हैं। जैसे कि: TCS, Reliance, HDFC, आदि कंपनियाँ ब्लू-चिप फंड्स निवेश में आती है।
इन फंड्स में निवेश अपेक्षाकृत सुरक्षित माना जाता है, क्योंकि ये कंपनियाँ बाजार में उतार-चढ़ाव के बावजूद स्थिरता बनाए रखती हैं, ब्लू-चिप फंड्स लंबी अवधि के निवेश के लिए उपयुक्त हैं और निवेशकों को स्थिरता और भरोसेमंद रिटर्न प्रदान कर सकते हैं।
लार्ज कैप और ब्लू-चिप फंड्स में क्या अंतर है?
लार्ज कैप और ब्लू चिप कंपनी दोनों ही म्युचुअल फंड के प्रकार हैं और इन कम्पनी का मार्केट केपीटलाइजेशन बहुत ही बड़ा होता है। क्योंकि यह फण्ड उन्हीं कंपनी में निवेश करते हैं, जिनका परफॉर्मेंस स्टेबल हो अर्थात कहने का मतलब यह है कि ऐसा ना हो किसी वित्तीय वर्ष में घाटे में हो और किसी वित्तीय वर्ष में मुनाफे मे रहे, सब्जियों के शहर में ही निवेश करती है जिंक शेयर की कीमत स्टेबल रहती है।
इसके अलावा लार्ज कैप और ब्लू-चिप फंड्स में क्या समानताएं हैं, इसके कुछ उदाहरण यहां आपके पास साझा किए गए हैं।
#1: दोनों का फोकस बड़ी और स्थिर कंपनियों में होता है।
लार्ज कैप और ब्लूचिप कंपनियों में सामानता यह होती है कि यह सबसे बड़ी कंपनियों में निवेश करते हैं, यह उन्ही कंपनी को टारगेट करते हैं जो कंपनी भविष्य में लाभ प्रदान करने में सक्षम हो। इसके अलावा इन कंपनियों में स्थिरता होती है अर्थात मार्केट में उथल-पुथल होने पर इनके ऊपर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है।
#2: जोखिम और रिटर्न का तुलनात्मक विश्लेषण।
लार्ज कैप और ब्लूचिप फंड में रिस्क का लेवल कम रहता है, क्योंकि इनका लक्ष्य हमेशा बड़ी कंपनी रहती है, बड़ी कंपनी में रिस्क इसलिए नहीं रहता है क्योंकि वह भविष्य में आने वाले चुनौतियों का सामना करने के लिए रेडी रहते है। दोनों ही फंड लॉन्ग टर्म में निवेश करने के लिए बेनिफिट होते है। लेकिन सबसे ज्यादा लाभ ब्लूचिप फंड कंपनी में निवेश करने से मिल सकता है, क्योंकि यह विश्व की टॉप 10 कंपनी होती हैं जिनको ब्लूचिप कंपनी का दर्जा मिलता है।
#3: लार्ज कैप और ब्लू-चिप फंड्स में मुख्य अंतर क्या है?
लार्ज कैप और ब्लूचिप फंड्स दोनों ही स्थिर और बड़ी कंपनी में इन्वेस्टमेंट करते हैं, इनमें कोई खास अंतर देखने को नहीं मिलता है, यह दोनों एक समान कार्य करते हैं और इनका एक ही तरह का निवेश रहता है, लेकिन दोनों में सैद्धांतिक रूप से अंतर पाया जाता है जैसे की लार्ज कैप फंड ब्लू चिप फंड की तुलना में कम विश्वसनीय है।
#4: लार्ज कैप और ब्लू चिप फण्ड के इन्वेस्टमेंट में अंतर।
लार्ज कैप कंपनियों का इन्वेस्टमेंट का दायरा काफी बड़ा होता है, लार्ज कैप कम्पनियों का मार्केट कैपिटलाइजेशन के हिसाब से इनकी गिनती टॉप 100 में होती है, लेकिन ब्लूचिप कम्पनी की नही होती है। लार्ज कैप कम्पनी में नई कम्पनी भी शामिल हो सकती है, बस उनका मार्केट कैपिटलाइजेशन करोड़ो का होना चाहिए।
वही बात यदि ब्लू-चिप कम्पनियों की जाए, तो लार्ज कैप की तुलना में काफी बड़ी कम्पनी होती है। ये इंटरनेशनल मार्केट में भरोसेमंद और प्रतिष्ठित कम्पनी के रूप में फेमस होती है। आर्थिक मंदी से इन कम्पनियों को कोई प्रॉब्लम नही होती हैं, इनके पास पर्याप्त फण्ड होते है।
#5: लार्ज कैप और ब्लू चिप फण्ड में से किसमें रिटर्न और जोखिम की संभावनाएँ ज्यादा होती है।
लार्ज कैप फण्ड में इन्वेस्टमेंट करना सेफ होता है, क्योंकि दीर्घकाल में अच्छा आउटपुट जनरेट करके देती है, इसका कारण यह है कि इसमें ब्लूचिप कम्पनी भी शामिल होती है, लेकिन इन्वेस्टमेंट लॉस होने का रिस्क थोड़ा ज्यादा रहता है।
ब्लू चिप फंड्स को सबसे सेफ माना जाता है इसका कारण है, ये फंड उन्ही कम्पनी को सेलेक्ट करते है जो मार्केट में लंबे समय से स्थिर हो, जीनका ट्रैक रिकॉर्ड भी अच्छा हो, यहां इन्वेस्टमेंट करने से लॉस होने की पॉसिबिलिटी न के बराबर है, रही बात रिटर्न की तो इसके लिए इन फंड्स में 10 साल से ज्यादा समय के लिए इन्वेस्टमेंट करे तभी बढ़िया रिटर्न मिलेगा।
#6: लार्ज कैप और ब्लू चिप फण्ड में कौनसा इन्वेस्टर के लिए बेहतर है।
लार्ज कैप फण्ड से जो इन्वेस्टर कम टाइम में अधिक इनकम जनरेट करना चाहता है, उनके लिए सबसे बेहतर है लार्ज कैप फण्ड हो सकता है, यह मीडियम रिस्क के साथ हाई रिटर्न्स देता हैं।
ब्लू चिप फण्ड उन इन्वेस्टर के लिए अच्छा है जो अपने कैपिटल को सेफ रखना चाहते है और कम रिस्क के स्थिर रिटर्न्स चाहते है, वह सभी ब्लू चिप फण्ड के साथ जा सकते हैं, क्योंकि इसमें न के बराबर रिस्क है और आपका इन्वेस्टमेंट किया गया पैसा भविष्य के मार्केट के उतार – चढ़ाव से एकदम सेफ रहता है।
People also ask: आपके पूछे गए प्रश्न
प्रश्न: क्या ब्लू चिप फंड और लार्ज कैप फंड एक ही हैं?
उत्तर: ब्लू-चिप फंड और लार्ज कैप फंड समान नहीं हैं, लार्ज कैप फंड्स शीर्ष 100 बड़ी कंपनियों में निवेश करते हैं, जबकि ब्लू-चिप फंड्स विशेष रूप से उन स्थिर और भरोसेमंद बड़ी कंपनियों में निवेश करते हैं जो लंबे समय से लाभदायक हैं। ब्लू-चिप कंपनियाँ हमेशा लार्ज कैप होती हैं, लेकिन हर लार्ज कैप कंपनी ब्लू-चिप नहीं होती है।
प्रश्न: कौन सा ब्लूचिप फंड बेहतर है?
उत्तर: एसबीआई ब्लूचिप फंड, एक्सिस ब्लूचिप फंड सबसे बेहतर हैं।
प्रश्न: भारत में ब्लू चिप कंपनी कौन सी है?
उत्तर: भारत मे ब्लू चिप कम्पनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज है।