हाइब्रिड फंड क्या होता है? – हाइब्रिड फंड के प्रकार, फायदे और नुकसान



हाइब्रिड फंड एक तरह का म्युचुअल फंड होता है, जो इन्वेस्टर्स को शेयर मार्केट, बॉन्ड और सरकारी सिक्योरिटीज के मिश्रण में इन्वेस्ट करने का ऑप्शन देता है, हाइब्रिड फंड का मकसद इन्वेस्टर्स को इक्विटी की हाई रिटर्न कैपेसिटी और debtors की स्टेबिलिटी के बीच एक बैलेंस बनाकर देना होता है। 

हाइब्रिड फंड में इन्वेस्टमेंट करने से इन्वेस्टर्स के पोर्टफोलियो में बहुत सारी variations आ जाती है, जिससे की मार्केट से होने वाले रिस्क से इन्वेस्टर बच जाता है, आज इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे की हाइब्रिड फंड क्या होता है, इसके कितने प्रकार है, हाइब्रिड फंड से क्या फायदे हैं और क्या नुकसान है, हाइब्रिड फंड के बारे में विस्तार से जानकारी लेने के लिए आर्टिकल को बिना छोड़ें अंत तक पूरा जरूर पढ़ें। 

हाइब्रिड फंड क्या होता है? आईए जानते हैं।

हाइब्रिड फंड क्या होता है

असल में हाइब्रिड फंड एक तरह का म्युचुअल फंड होता है जो की इन्वेस्टर के पोर्टफोलियो में इक्विटी और डेट के साथ-साथ सिक्योरिटीज में इन्वेस्ट करते हैं। हाइब्रिड फंड का सबसे बड़ा मकसद कैपिटल और इनकम को बढ़ाना होता है। जब शेयर मार्केट में ups-downs चल रहे होते हैं तब इक्विटी में इन्वेस्ट करके लॉन्ग टर्म प्रॉफिट गेन किया जा सकता है लेकिन, डेट इंस्ट्रूमेंट्स (बॉन्ड, डिबेंचर्स, लीज, बिल्स ऑफ एक्सचेंज, प्रॉमिसरी नोट) के जरिए एक रेगुलर इनकम मिलती है।

हाइब्रिड फंड के कितने प्रकार होते हैं?

हाइब्रिड फंड के बहुत से प्रकार है जिसमें की हर एक में इन्वेस्टमेंट करने का तरीका अलग-अलग है। इन्वेस्टर अपने रिस्क लेने की कैपेसिटी और इन्वेस्ट करने के मोटिव के आधार पर हाइब्रिड फंड का चुनाव कर सकता है, यहां आपको हाइब्रिड फंड के प्रकार बताएं गए हैं।

#1: डेट-ओरिएंटेड हाइब्रिड फंड

डेट ओरिएंटेड हाइब्रिड फंड के तहत डेट इंस्ट्रूमेंट्स में इक्विटी के कंपैरिजन में ज्यादा इन्वेस्ट किया जाता है, जिसके तहत पोर्टफोलियो में 70% से ज्यादा की हिस्सेदारी डेट इंस्ट्रूमेंट्स की होती है, डेट-ओरिएंटेड हाइब्रिड फंड उन लोगों के लिए बेहतरीन होता है, जो कम रिस्क लेना चाहते हैं और stable return लेना चाहते हैं, इस फंड में इन्वेस्टर्स इक्विटी को बढ़ा सकते हैं वह भी कम रिस्क के साथ। 

#2: इक्विटी-ओरिएंटेड हाइब्रिड फंड

इक्विटी-ओरिएंटेड हाइब्रिड फंड डेट के कंपैरिजन में इक्विटी में ज्यादा इनवेस्ट करता है और इसके पोर्टफोलियो में 70% से ज्यादा हिस्सेदारी इक्विटी की होती है, बाकी के बचे हुए डेट इंस्ट्रूमेंट्स होते हैं। इस तरह के इन्वेस्टर लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट करते हैं और इक्विटी से मिले हाई रिटर्न का फायदा उठाते हैं, लेकिन यहां पर डेट इंस्ट्रूमेंट्स से एक stable इनकम आती है। 

#3: बैलेंस्ड एडवांटेज फंड 

बैलेंस्ड एडवांटेज फंड के जरिए इक्विटी और डेट के बीच एक बैलेंस इन्वेस्टमेंट किया जाता है और इसका पोर्टफोलियो शेयर मार्केट की सिचुएशन के हिसाब से बदलता रहता है, यह उन इन्वेस्टर के लिए बहुत अच्छा होता है जो अपने इन्वेस्टमेंट में बैलेंस को लेकर ज्यादा परेशान रहते हैं और मार्केट की सिचुएशन के हिसाब से इन्वेस्टमेंट को मैनेज करते हैं। 

#4: मल्टी ऐसेट हाइब्रिड फंड (Multi Asset Hybrid Fund) 

मल्टी ऐसेट हाइब्रिड फंड के जरिए इक्विटी डेट और गोल्ड असेट्स मे इन्वेस्टमेंट किया जाता है यहां पर पोर्टफोलियो सबका मिला-जुला होता है और यह उन इन्वेस्टर के लिए बेस्ट माना जाता है जो अलग-अलग क्लास में इन्वेस्ट करना पसंद करते हैं। इसमें आपको रिटर्न भी अच्छा मिलता है। 

#5: एग्रेसिव हाइब्रिड फ़ंड 

एग्रेसिव हाइब्रिड म्यूचूअल फंड जो कि एसेट का 65-80% इक्विटी और बाकी का 20-35% डेट (बॉन्ड और मनी मार्केट इंस्ट्रूमेंट) में डिवाइड होता है। यह मार्केट में कम कीमत पर खरीदी जा सकते हैं और ज्यादा कीमत पर बेची जा सकते हैं जिससे इन्वेस्टर अच्छा खासा प्रॉफिट कमा सकते हैं। 

#6: कंसर्वेटिव हाइब्रिड फ़ंड 

कंजरवेटिव हाइब्रिड फंड एक तरीका के छोटे इन्वेस्टमेंट होते हैं, जो डेट सिक्योरिटीज के साथ-साथ छोटे इक्विटी आवंटन होते हैं। कंजरवेटिव हाइब्रिड म्युचुअल फंड 75% डेट और 25% इक्विटी होते हैं, जो की एक रेगुलर इनकम देते हैं और कैपिटल को बचाकर रखते हैं साथ ही साथ यह उन इन्वेस्टर के लिए सही है जो कम जोखिम उठा सकते हैं। 

हाइब्रिड फंड के क्या फायदे हैं?

  • हाइब्रिड फंड का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसमें इक्विटी और डेट का मेल होता है, जिसमें की रिस्क बहुत कम हो जाता है क्योंकि डेड सिक्योरिटी से एक रेगुलर इनकम आती है और इक्विटी से रिस्क होने पर दोनों का बैलेंस बना रहता है। 
  • दूसरा हाइब्रिड म्युचुअल फंड का सबसे बड़ा फायदा यह है, कि यहां पर आपको डेट, इक्विटी, डेरिवेटिव्स, गोल्ड जैसे एसेट क्लास के अंदर इन्वेस्टमेंट करने के लिए बहुत से अकाउंट खोलने की परमिशन मिल जाती है। 
  • हाइब्रिड म्युचुअल फंड में आपको बिना किसी रिस्क के बढ़िया रिटर्न मिलता है, क्योंकि आपके पोर्टफोलियो में variations होती है, जिसके जरिए यह मिलता है। 
  • हाइब्रिड फंड के जरिए इन्वेस्टर जरूरत पड़ने पर पैसा निकाल सकते हैं, इसमें इन्वेस्टर्स जब चाहे अपने यूनिट्स को सेल कर सकते हैं, क्योंकि यह म्युचुअल फंड की तरह ही ओपन एंडेड फंड होता है। 

हाइब्रिड फंड से होने वाले नुकसान

  • इक्विटी मार्केट ज्यादातर unstable होता है और हाइब्रिड फंड में इक्विटी फंड शामिल होता है, इसीलिए मार्केट रिस्क उठना पड़ता है और स्टॉक की कीमत जब घटती है तो फंड की वैल्यू भी कम हो सकती है। 
  • हाइब्रिड फंड जब कम क्रेडिट रेटिंग के डेट इंस्ट्रूमेंट का चुनाव करता है तो ऐसे में डिफॉल्टर हो सकता है क्योंकि, अगर किसी कंपनी के जरिए इंटरेस्ट या फिर प्रिंसिपल अमाउंट को दोबारा भुगतान पर डिफॉल्ट होता है तो हाइब्रिड फंड की वैल्यू कम हो जाती है। 
  • हाइब्रिड फंड पर जो टैक्स नियम है वह बहुत मुश्किल है। इक्विटी ओरिएंटेड फंड पर 10% लॉन्ग टर्म कैपिटल गैन टैक्स लगाया जाता है यदि इन्वेस्टमेंट 1 साल से ज्यादा हो तो। 

हाइब्रिड फंड में इन्वेस्टमेंट करने के लिए कुछ खास बातें

  • हाइब्रिड फंड में इन्वेस्टमेंट करने से पहले आपको रिस्क को समझना जरूरी है अगर आप ज्यादा रिस्क ले सकते हैं, तो इक्विटी ओरिएंटेड फंड चुने और अगर रिस्क कम लेना चाहते हैं तो डेट ओरिएंटेड फंड को चुनाव करें। 
  • हाइब्रिड फंड में लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट करने से ज्यादा प्रॉफिट होता है क्योंकि रिटर्न अच्छा मिलता है और बाजार के उतार-चढ़ाव का कोई असर नहीं होता। 
  • हाइब्रिड फंड में इन्वेस्टमेंट करने से पहले फंड के पेस्ट परफॉर्मेंस को चेक करना जरूरी है, ताकि आप समझ सके कि फंड में रिस्क कितना है रिटर्न कितना है, इससे आपको हाइब्रिड फंड मैनेजर के काम करने के तरीके की जानकारी भी मिल जाएगी। 

People also ask: आपके पूछे गए प्रश्न

प्रश्न: हाइब्रिड फंड किसे लेना चाहिए?

उत्तर: यह उन इन्वेस्टर्स को लेना चाहिए जो की ज्यादा जोखिम नहीं उठा सकते और उनका पोर्टफोलियो डेट और इक्विटी दोनों का बैलेंस बनाए हुए हो।

प्रश्न: हाइब्रिड फंड में कैसे इन्वेस्ट करना शुरू करें?

उत्तर: हाइब्रिड फंड में म्युचुअल फंड कंपनी के बैंक, वेबसाइट और ऑनलाइन इन्वेस्टमेंट प्लेटफार्म के जरिए इन्वेस्ट कर सकते हैं। जिसमें सबसे पहले आपको अच्छे से रिसर्च करना है, फिर कम रिस्क वाले फंड को चुनना है।

प्रश्न: क्या हाइब्रिड फंड भी रिस्की होते हैं?

उत्तर: जी हां, हाइब्रिड फंड में भी रिस्क होता है क्योंकि इसमें इक्विटी भी होता है, जो की शेयर मार्केट में unstable होता है।


मेरा नाम जतिन पांचाल है और मैं MutualFundsHindi.com का Founder हूं। हमारा मिशन आप सभी को शेयर बाजार, म्युचुअल फंड, और निवेश संबंधित बहुमूल्य जानकारी देकर सशक्त बनाना है।

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