यह हम सभी जानते हैं कि केवल पैसा कमाना ही काफी नहीं होता, उस पैसे को कैसे इस्तेमाल करके अमीर बन सकते हैं यह भी जरूरी होता है। अपनी कमाई का एक हिस्सा हर कोई बचत के तौर पर रखता है। अब सवाल यह उठता है कि इन्वेस्टमेंट करना ज्यादा सही होता है या फिर बचत करना।
अपने खर्चों के बाद के बचे पैसे को समझदारी से मैनेज करना जरूरी है। उस पैसे को बचत के तौर पर रखकर और इन्वेस्टमेंट करके दोनों तरह से ही हम अपने फ्यूचर को सुरक्षित कर सकते हैं। आज इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको विस्तार से बताएंगे कि पैसे का इस्तेमाल निवेश में करना फायदेमंद है या फिर बचत बनाकर रखने में फायदेमंद होगा।
असल में बचत से हम अपने पैसे को अचानक आई परिस्थितियों को संभालने के लिए सुरक्षित रखते हैं। लेकिन, निवेश के जरिए हम अपने पैसे से पैसा बना सकते हैं ताकि हम अपनी अचानक आई समस्या से भी निकल सके और अपने जीवन को बेहतरीन तरीके से जी सके। आईए जानते है कैसे?
बचत (savings) किसे कहते हैं?
बचत का मतलब है कि अपनी कमाई का एक हिस्सा बचा कर रखना, जो आगे आने वाली किसी भी स्थिति में इस्तेमाल किया जा सके। मान लीजिए आप अपनी मंथली इनकम में से एक हिस्सा बैंक में सेविंग अकाउंट में बचा कर रखते हैं, जिस पर आपको लगभग 4% तक का ब्याज मिल जाता है। जिसे आप समय आने पर जब चाहे उपयोग कर सकते हैं, साथ ही 4 प्रतिशत ब्याज दर का लाभ भी प्राप्त कर सकते हैं।
निवेश (Investment) किसे कहते हैं?
जब आप अपनी मंथली इनकम में से एक हिस्सा वहां लगाते हैं जहां पर आपको उस पैसे को बढ़ाने या दुगने के चांसेस होते हैं। यानी कि पैसे से पैसा कमाना जिसके लिए आप अपने बचे हुए पैसे को स्टॉक मार्केट, बॉन्ड, रियल ऐसेट, म्युचुअल फंड्स, इत्यादि में लगाते हैं। इन्वेस्टमेंट का सीधा-सीधा मतलब है आगे आने वाले समय में पैसे से ज्यादा पैसा बनाना लेकिन, इसमें रिस्क भी लगा रहता है।
साधारण शब्दों में कहा जाए तो, अपनी कमाई का एक हिस्सा बाजार में जैसे की: स्टॉक मार्केट, बॉन्ड, रियल ऐसेट, म्युचुअल फंड्स, किसी बिजनेस में लगाना, व्यापार में लगाना, आदि को निवेश करना कहते है, ताकि एक समय के बाद हमें अच्छा रिटर्न प्राप्त हो सके।
निवेश करना बचत करने से बेहतर क्यों है?
समझने वाली बात यह है कि निवेश करने से पहले यह जानना जरूरी है कि क्या सिर्फ सेविंग्स से हम फाइनेंशियल secure हो सकते हैं?, क्योंकि पिछले समय के मुकाबले अगर हम आज की बात करें तो “महंगाई” आसमान छू रही है और आने वाले समय तक यह और बढ़ती चली जाएगी। अगर आप भविष्य के लिए पैसा बचा रहे हैं तो यह काफी नहीं है। क्योंकि, उस पैसे को इन्वेस्ट करके आप अपना फ्यूचर फाइनेंशली स्ट्रांग बना सकते हैं।
आज महंगाई दर प्रतिवर्ष 7% से लेकर 9% तक बढ़ रही है और ऐसे में देखा जाए तो बैंक में रखा हुआ या हमारे बचत का जमा पैसे की वैल्यू प्रतिवर्ष 7% से लेकर 9% तक घट रही है, ऐसे में निवेश करना बचत करने से 100 गुना बेहतर हो सकता है, क्योंकि मार्केट में हम अपने पैसे को निवेश करके प्रतिवर्ष 10% से लेकर 20% तक बढ़ा सकते हैं।
आगे हमने आपको निवेश करने के कुछ फायदे भी बताए हैं जो की निम्नलिखित है:
#1: Inflation की वजह से बचत पर प्रभाव।
इन्फ्लेशन का बचत पर सीधा-सीधा असर होता है। जैसे अगर कोई चीज 150 रुपए की खरीदी जाए तो इन्फ्लेशन पर वही 160 या 170 की हो जाती है। सेविंग अकाउंट पर ब्याज इन्फ्लेशन के वजह से कम होता है जिसकी वजह से पैसे की वैल्यू समय के साथ घट जाती है।
लेकिन, अगर इन्वेस्टमेंट की बात की जाए तो इन्फ्लेशन का इन्वेस्टमेंट पर ज्यादा असर नहीं पड़ता जैसे अगर आप स्टॉक या म्यूचुअल फंड में इन्वेस्ट करते हैं और उससे आपको 12% तक का रिटर्न मिल सकता है, जो की इन्फ्लेशन से ज्यादा होता है। इस तरह इन्वेस्टमेंट पर इन्फ्लेशन कम असर डालता है और आपके पैसे की वैल्यू को बनाए रखता है।
#2: कंपाउंडिंग से होने वाला फायदा।
सेविंग करना वैसे तो एक सुरक्षित ऑप्शन है लेकिन, सेविंग आपके लॉन्ग टर्म के लिए पैसे को बढाता नहीं है। लेकिन, अगर आप इन्वेस्टमेंट करते हैं तो आप कंपाउंडिंग का फायदा उठा सकते हैं यानी कि आपके पैसे पर जो ब्याज होता है उसको मिलाकर उस पर भी ब्याज कमाकर आप अपने पैसे को बढ़ा सकते हैं।
मान लीजिए अगर आप 15 साल के लिए 10% सालाना दर से ₹10,000 इन्वेस्ट करते हैं तो आप एक बड़ा पैसा बना सकते हैं लेकिन, अगर आप बचत खाते में 15 साल के लिए पैसा रखते हैं तो आपको बहुत कम फायदा मिलेगा।
#3: Financial Target को पूरा करना।
सीधी सी बात है कि सेविंग से हमें बहुत कम रिटर्न मिलता है तो सेविंग के पैसे को हम बस अपनी अचानक आई समस्याओं को सुलझाने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। लेकिन, निवेश से मिलने वाला रिटर्न बड़ा होता है, तो यह हमारे पैसे को बहुत जल्दी बढाता है।
जिससे हम अपनी बिगड़ी परिस्थितियों को तो सही कर ही सकते हैं, और एक लग्जरी जीवन भी जी सकते हैं साथ ही साथ long term investment के जरिए अपने बुढ़ापे में हम किसी पर आश्रित नहीं रहेंगे।
#4: अलग-अलग जगह इन्वेस्टमेंट करके रिस्क मैनेजमेंट करना।
अगर आप सेविंग करते हैं, तो उसे आप एक ही जगह पर रखते हैं। मान लीजिए कि किसी बैंक में जहां से आपको साल में बहुत मामूली सा रिटर्न मिलता है। लेकिन, अगर आप इन्वेस्टमेंट करते हैं तो आप अपने पैसों को अलग-अलग जगह लगाकर अपने रिस्क को कम कर लेते हैं।
जैसे अगर आप ज्यादा रिस्क उठाने की हिम्मत रखते हैं तो आप अपना पैसा स्टॉक मार्केट में लगा सकते हैं और अगर आप कम रिस्क लेना चाहते हैं तो आप अपने पैसे को म्युचुअल फंड्स और बॉन्ड में लगाकर इन्वेस्ट कर सकते हैं।
#5: Salary के साथ property बना सकते है।
सेविंग करने के लिए जो आप सेविंग अकाउंट खोलते हैं उस पर जो इंटरेस्ट मिलता है वह सेट रहता है जो की मामूली -सा होता है। लेकिन, अगर आप इन्वेस्टमेंट करते हैं, तो आप आगे चलकर प्रॉपर्टी तक बना सकते हैं जैसे-जैसे आपने इन्वेस्टमेंट को धीरे-धीरे बढ़ाते है तो उसके रिटर्न से आप भविष्य में प्रॉपर्टी खरीद कर खुद को फाइनेंशली स्ट्रांग बना सकते हैं।
#6: Tax Benefits
हैरानी की बात तो यह है कि सेविंग अकाउंट पर जो आपको इंटरेस्ट मिलता है उस पर गवर्नमेंट टैक्स लगाती है इससे आपकी टोटल बचत पर असर पड़ता है। लेकिन, इन्वेस्टमेंट पर सरकार टैक्स के फायदे देती है जैसे, अगर आप म्युचुअल फंड या पीएफ वगैरह में इन्वेस्ट करते हैं तो सरकार टैक्स में छूट देती है।
#7: Retirment Plan
बचत खाते में आप लगातार पैसा जमा करते रहे तो भी रिटायरमेंट के आते-आते आप इतना पैसा नहीं जोड़ सकते जितने कि आप उम्मीद करते हैं और बचत खाते में रखे पैसे पर ब्याज भी बहुत कम मिलता है। लेकिन, अगर आप समय रहते ही इन्वेस्टमेंट करना स्टार्ट कर देते हैं, तो रिटायरमेंट के समय पर आपके पास काफी पैसा हो जाता है।
जिससे आप रिटायरमेंट प्लान जैसे की पेंशन फंड, नेशनल पेंशन सिस्टम वगैरा में आप अपने बुढ़ापे के लिए फाइनेंशली सेफ्टी ले सकते हैं।
People also ask: आपके पूछे गए प्रश्न
प्रश्न: क्या बचत करने से ज्यादा फायदा नहीं होता?
उत्तर: जी नहीं, बचत से हमें बहुत कम रिटर्न मिलता है और इन्फ्लेशन की वजह से इसकी वैल्यू में भी कमी आती है और इन्वेस्टमेंट से आपको बढ़िया रिटर्न मिलने की पॉसिबिलिटी होती है और इसलिए बचत करने से ज्यादा फायदा निवेश करने में होता हैं।
प्रश्न: क्या इन्वेस्टमेंट में risk होता है?
उत्तर: जी हां, इन्वेस्टमेंट में रिस्क होता है लेकिन, आप प्लानिंग से अलग-अलग जगह पर पैसे को इन्वेस्ट करते हैं तो आप एक बहुत बड़ा रिटर्न पा सकते हैं, जैसे अगर आप ज्यादा रिस्क लेना चाहते हैं तो आप स्टॉक को चुन सकते हैं और कम रिस्क लेना चाहते हैं आफ म्युचुअल फंड और बॉन्ड को चुन सकते हैं।
प्रश्न: क्या सेविंग और इन्वेस्टमेंट एक साथ कर सकते हैं?
उत्तर: जी हां, सेविंग और इन्वेस्टमेंट दोनों आप एक साथ कर सकते हैं जिसमें तुरंत आई स्थिति को संभालने के लिए आप बचत फंड बना सकते हैं और लॉन्ग टर्म फाइनेंस टारगेट्स को पूरा करने के लिए आप इन्वेस्टमेंट कर सकते हैं।